पंडित प्रदीप जी मिश्रा के 20 अचूक कारगर उपाय, जरूर आजमाएं

 

pandit pradeep ji misra

Pandit Pradeep ji Misra ke Upay:  सीहोर के प्रसिद्ध पंडित प्रदीप मिश्रा, जिन्हें बाबा और रघु के नाम से भी जाना जाता है, शिव पुराण की मनोहारी कथाओं का वर्णन करते हैं। इन कथाओं के माध्यम से, वे जीवन को खुशहाल और समृद्ध बनाने के लिए विशेष उपाय सुझाते हैं। पंडित जी के ये सरल परंतु प्रभावशाली उपाय व्यापक रूप से लोकप्रिय हो चुके हैं। आप भी इन्हें अपनाकर अपने जीवन को अधिक सुखमय और समृद्ध बना सकते हैं। हमने सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से शेयर किए गए उनके 20 महत्वपूर्ण उपायों को आपके लिए यहां प्रस्तुत किया है। इन उपायों के बारे में अधिक जानकारी के लिए, पंडित जी के वीडियो देखें।


1. पंडित प्रदीप मिश्रा जी (pandit pradeep ji mishra)  ने अपने एक वीडियो में साझा किया है कि अगर कोई काम नहीं हो रहा है और बहुत सारी बाधाएं आ रही हैं, तो सोमवार की अष्टमी को 31 मूंग के दाने, 31 चावल के दाने और 31 बेलपत्रों के साथ शिव मंदिर जाएं। अपनी मनोकामना बोलें और चावल को शिवजी के मंदिर की दहलीज पर रखें, ध्यान रखें कि किसी का पैर इसे छू न पाए। मूंग के दाने को नंदी भगवान के पास रखें, जो उनके पैर के नीचे हैं, और बेलपत्रों को जलाधारी में रखें, जहां से जल निकलता है। अगले सोमवार की अष्टमी तक आपकी मनोकामना पूरी हो जाएगी।

2. शिवरात्रि के दिन, नजर दोष को दूर करने के लिए, 12 कांटों वाला धतूरा लेकर उसे शिवलिंग पर सात बार फेरें और 'ओम नमःः शिवाय' मंत्र का जाप करें। इसके बाद, धतूरे को दूसरे दिन वहीं जगह लेकर जहाँ नजर लगी है। उस जगह पर लाल कपड़े में बांधकर लटका दें। इससे नजर दोष दूर हो जाएगा।

3. महिलाओं की संतान प्राप्ति के लिए एक परंपरागत उपाय है, अगर किसी महिला को संतान की प्राप्ति में समस्या है, तो उसे मासिक धर्म के सातवें दिन की सफेद आंकड़े की जड़ को लेकर शिवलिंग पर 7 बार घुमाना चाहिए और शिवजी से संतान प्राप्ति की कामना करनी चाहिए। फिर उस आंकड़े की जड़ को लाल कपड़े में बांधकर महिला की कमर पर बांधना चाहिए। इस उपाय से शिवजी की कृपा होगी और संतान की प्राप्ति में समस्या का समाधान हो सकता है।

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4. यदि आप अपने परिवार के किसी सदस्य को असमय मृत्यु से सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो नर्मदा नदी के पवित्र शिवलिंग को अपने घर के पूजा स्थल पर विराजित करें और प्रतिदिन इसकी आराधना करें। इस उपाय से आपके परिवार में अकाल मृत्यु का भय नहीं रहेगा।

5. अगर किसी को विवाह में देरी हो रही है या शादी के लिए कोई समय प्राप्त नहीं हो रहा है, तो यह टिप आपके लिए है। एक सूखा नारियल का गोला लें और ऊपर की ओर से थोड़ा सा ढक्कन की तरह काटें। इसके बाद, इस नारियल में सत्यनारायण भगवान का प्रसाद भरें या पंजीरी डालें और उसे बंद करें। फिर इस नारियल को किसी पीपल के पेड़ के नीचे दबा दें। शिव जी की कृपा से, आपका विवाह जल्द ही संपन्न होगा।

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6. अगर किसी परिवार के सदस्य को कोई गंभीर रोग है, तो शमी के पेड़ से एक फूल लेकर नीलकंठेश्वर महादेव का जाप करते हुए शिवलिंग पर चढ़ाना बहुत ही उपयुक्त होता है। इसके बाद, नीलकंठेश्वर महादेव से थोड़ा जल लेकर उस रोगी के शरीर पर लगाना चाहिए। इस प्रकार का उपाय करने से रोगी को आराम मिल सकता है और उनका इलाज हो सकता है। यह एक प्राचीन और प्रभावशाली उपाय है जो आपके साइट के लिए बहुत ही उपयुक्त हो सकता है।

7. यदि नेत्रों से संबंधित कोई भी समस्या हो, तो महाशिवरात्रि की रात को 12 बजे शहद के साथ बेलपत्र चढ़ाने के बाद उसे एक बर्तन में इकट्ठा करें और फिर उसे "अवधूतेश्वर महादेव" का नाम लेकर उसमें तीन महीने तक भरी रखें। इस शहद को नेत्रों में काजल की तरह लगाने से आंखों की रोशनी में सुधार हो सकता है।

8. सोमवार को शिवलिंग पर कच्चे दूध की अर्पण करने पर भगवान शिव अपने अनुयायियों की हर मुश्किल का समाधान करते हैं।

9. सोमवार के दिन, शिव पुराण के उपाय के अनुसार भगवान शिव को बेलपत्र अर्पित करने से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं और उनका आशीर्वाद भी उस व्यक्ति पर हमेशा बना रहता है।

10.  पंडित प्रदीप मिश्रा जी (pandit pradeep ji mishra) कहते हैं कि हर सोमवार को भगवान शिव की पूजा करने से घर में तनाव से मुक्ति मिलती है।

11.  पंडित प्रदीप मिश्रा जी कहते हैं कि बेलपत्र को भगवान शिव को अर्पित करने के बाद उसे फेंकना नहीं चाहिए, बल्कि उसे खा लेना चाहिए। इस तरह की क्रिया से व्यक्ति रोग मुक्त हो सकता है।

12. पंडित प्रदीप मिश्रा जीने शिव पुराण में कहा है कि 'एक लोटा जल सभी समस्या का हल' अर्थात् भगवान शिव को जल चढ़ाने से मनुष्य की समस्याओं का निवारण हो जाता है। शिवजी को जल अर्पित करते समय बिल्वपत्र पर शहद लगाना, आंकड़े का फूल चढ़ाना और चंदन अर्पित करना बहुत ही शुभ माना जाता है।

13. एक चमच हल्दी और 2 हरी इलायची। दोनों इलायची पर हल्दी का लेप लगाएं और अब दो आटे के दीपक लें और उसमें घी डालकर बाती जलाएं। अब पहला दीपक गणेशजी की मूर्ति या चित्र के सामने "ॐ गं गणपतये नमः" का जाप करते हुए प्रज्वलित करें। उसमें एक हरी इलायची भी रखें। इस दौरान गणेशजी से ऋण मुक्ति की कामना करें। अब तुलसी के पौधे में थोड़ा सा गड्डा करके दूसरी इलायची को दबाएं और दूसरा दीपक उसी इलायची के ऊपर रखकर तुलसी माता के सामने "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः" या "ॐ महालक्ष्मी नमः" का 108 बार जाप करते हुए प्रज्वलित करें। इस दौरान माता से धन समृद्धि की कामना भी करें।

14.  पंडित प्रदीप मिश्रा जी  बताते हैं कि मंगलवार के दिन शिवलिंग को पके चावल से ढककर, उसके बाद 7 बेलपत्र अर्पित करें। इस प्रयोग को अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है और इससे आपकी आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं, और आपका कर्ज मुक्त हो जाता है। मां लक्ष्मी की कृपा सदैव आप पर बनी रहे।

15.  पंडित प्रदीप मिश्रा जी बताते हैं कि मंगलवार के दिन शिवलिंग को पके चावल से ढककर, उसके बाद 7 बेलपत्र अर्पित करें। इस प्रयोग को अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है और इससे आपकी आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं, और आपका कर्ज मुक्त हो जाता है। मां लक्ष्मी की कृपा सदैव आप पर बनी रहे।

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16.  पंडित प्रदीप मिश्रा जी  कहते हैं कि शुक्रवार को शमी के पत्ते को पहले शिवलिंग के पास अर्पित करें और फिर उसी पत्ते को उठाकर शिवलिंग के ऊपर "श्री शिवाय नमस्तुभ्यं" मंत्र बोलते हुए अर्पित कर दें। महाशिवरात्रि के दिन जूही के फूल से भगवान शिव का पूजन करें तो घर से दरिद्रता दूर भाग जाती है। शमी वृक्ष के पत्तों और चमेली के फूलों से शिव जी का पूजन करने पर अपार धन-संपदा का आशीर्वाद मिलता है। महाशिवरात्रि पर सायंकाल के समय शिव मंदिर में दीपक जलाने से धन संबंधी समस्याएं दूर होकर अपार धन-संपत्ति और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।

17. पंडित प्रदीप मिश्रा जी बताते हैं कि शुक्रवार के दिन, एक तांबे के लोटे में जल भरें और एक आंकड़े का फूल लें। फिर, शिव मंदिर में जाएं और शिवलिंग पर सबसे पहले तांबे के लोटे का जल अर्पित करें। जल अर्पित करते समय 'श्री शिवाय नमस्तुभ्यं' मंत्र का जप करें। इसके बाद, आंकड़े के फूल को जलाधारी में अशोक सुंदरी वाले स्थान पर अर्पित करें।

18. पंडित प्रदीप मिश्रा जी बताते हैं कि अगर कोई व्यक्ति किसी भी सोमवार, सोमवार की अष्टमी और महाशिवरात्रि को गंभीर बीमारी से मुक्ति प्राप्त करना चाहता है, तो वह शमी के फूल को नीलकंठेश्वर महादेव के नाम से शिवलिंग पर अर्पित करें। इसके साथ ही, गाय का घी भी अर्पित करें। पांच कमलगट्टे और पांच बेलपत्रों को तांबे के लोटे में जल भरकर रखें। हाथ में उस लोटे को धारण करके "श्री शिवाय नमस्तुभ्यं" कहें। इस मंत्र को पांच बार स्मरण करके लोटे को माथे पर लगाएं और अपनी तकलीफ को मन में रखें। फिर वह लोटा अपने गांव, नगर आदि से दूर एकांत में ले जाएं और वहाँ किसी शिव मंदिर या वृक्ष के नीचे शिवलिंग पर उस जल, कमलगट्टे और बेलपत्रों को अर्पित करें। फिर एक कमलगट्टा और बेलपत्र ले आएं और उन्हें घर में पूजा घर में रखें।

19.  पंडित प्रदीप मिश्रा जी आपको बताते हैं कि कई बार ऐसा होता है कि एक समस्या से मुक्ति प्राप्त होती है, लेकिन दूसरी समस्या सामने आ जाती है। इस समस्या का हल खोजने के लिए, प्रदोष के दिन प्रदोष काल में 2 जगहों पर दीपक जलाना शुरू करें। पहला दीपक बेलपत्र के वृक्ष के नीचे और दूसरा दीपक अपने दरवाजे की चौखट के बाहर जलाएं, ताकि आप घर में प्रवेश करते समय दीपक को अपने दाहिने हाथ के अंगूठे से छू सकें। इन दोनों जगहों पर शिवजी से प्रार्थना करें कि जब भी वे प्रदोष काल में भ्रमण करें, तो आपके लिए भी द्वार सजाया गया है। कृपया मेरे घर की चौखट पर भी अपनी कृपा बरसाएं।


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20.  पंडित प्रदीप मिश्रा जी द्वारा कहा गया है कि मंगलवार और बुधवार को लिया गया कर्ज हमेशा चुकाया नहीं जा सकता। इन दिनों कर्ज न लेने की सलाह दी जाती है। ऋण से मुक्ति प्राप्त करने के लिए मंगलवार को भगवान शिव को मसूर की दाल चढ़ाकर 'ॐ ऋण मुक्तेश्वर महादेवाय नमः' मंत्र का जाप किया जाना चाहिए। इससे कर्ज से मुक्ति मिलती है।

निष्कर्ष: इन प्रमुख उपायों का अनुसरण करके, हम देखते हैं कि पंडित प्रदीप मिश्रा जी की शिव पुराण के अद्भुत उपायों में विश्वास रखने वाले लोगों को अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन और समृद्धि का अनुभव होता है। इन आदिकालीन विधियों को अपनाकर, वे न केवल अपनी आत्मा की शांति प्राप्त करते हैं, बल्कि अपने परिवार और समाज में समृद्धि और सुख का स्रोत बनते हैं। इसलिए, हम समझ सकते हैं कि ये प्राचीन उपाय आज भी अपनी महत्ता और प्रभावशीलता बनाए रखते हैं। आप भी इन्हें आजमा सकते हैं और अपने जीवन को आनंदमय और समृद्ध बना सकते हैं।




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